12-08-14 प्रातः मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – याद की यात्रा से ही तुम्हारी कमाई जमा होती है, तुम घाटे से फायदे में आते हो, विश्व के मालिक बनते हो |” प्रश्न:- सत का संग तारे कुसंग बोरे – इसका अर्थ क्या है? उत्तर:- जब तुम बच्चों को सत का संग अर्थात् (बाप का संग मिलता … Continue reading 12-08-14
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